
डॉ जेपी यादव ने बच्चो को बताया बसंत पंचमी का महत्व

करहल। संत विवेकानंद स्कूल में वसंत पंचमी का पर्व विद्या की देवी माँ सरस्वती के जन्मदिन के रुप में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। सर्वप्रथम विद्यालय के निदेशक डॉ जे. पी. यादव ने माँ सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्वलित एवं माल्यार्पण कर पूजन , अर्चन कर किया, उसके उपरांत उन्होंने बताया कि ऐसा माना जाता है कि जब ब्रह्मा जी के द्वारा सृष्टि का निर्माण किया गया तब ये संसार, पशु – पक्षी, मनुष्य स्वर विहीन थे अर्थात आपस में किसी तरह का वार्तालाप नहीं कर सकते थे। इस कारण सभी देवतागण चिंतित रहते थे। तब देवगणों ने ब्रह्मा जी से प्रार्थना की तभी ब्रह्मा जी ने आज के ही दिन स्वर की देवी माँ सरस्वती का प्राकट्य किया। जैसे ही उन्होंने वीणा को बजाया। संसार के सभी प्राणी ,सभी पशु- पक्षी व मनुष्य बोलने लगे। सभी देवगणों ने उनका स्वागत किया।*या देवी सर्वभूतेषु, सरस्वती रूपेण संस्थिता।* *नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः*उन्होंने वीणा की देवी से प्रार्थना करते हुए कहा कि हमारे विद्यालय में पढ़ने वाले और पढ़ाने वाले सभी विवेकशील, बुद्धिमान बनें।माँ सरस्वती हम सभी पर अपनी विद्या रूपी कृपा बनाए रखें। इस अवसर पर सुधीर कश्यप, सुरेन्द्र कनौजिया, सोनी, अर्चना, योगेन्द्र, गार्गी, परी, युवराज, दिव्याशी, तन्नू, अन्शू, सन्ध्या, वैष्णवी, नव्या, दीक्षा, प्रिंस, दक्ष, उत्सव आदि लोग उपस्थित रहे।