
●आरोप- तहसील सदर में कोई भी कार्य ढंग से नहीं होता, लोक सेवकों की चलती है मनमानी, दिनभर रिपोर्ट के लिए लेखपालों के कार्यालयों का चक्कर लगाने पर होते हैं मजबूर
●लेखपाल कानूनगो की किसी भी सम्बंधित मामले में वर्षों तक रिपोर्ट न लगाने, पक्षपाती करने,धनउगाही करने, फरियादियों को अपने दफ्तरों के चक्कर लगवाने, लेखपालों को अपने हलके में निवास न करने, गलत रिपोर्ट लगाने, लेखपाल व क़ानूनगो द्वारा अपनी संपत्ति का निष्पक्ष ब्यौरा सरकार को न देने आदि मामलों को लेकर अधिवक्ताओं में रोष
●मौके पर आज दिनांक 2 अप्रैल को दोपहर 12:00 तक तहसीलदार/नगर मजिस्ट्रेट के चेम्बर में ताला लगा रहना व खुद के कार्यालय से नदारद रहना इस बात की गवाही देता है कि जब ऊपर के ही जिम्मेदार भ्रष्टाचार में लिप्त हैं तो निचले स्तर के लेखपालों सहित कर्मचारियों की मौज ही मौज है
● गलत एवं फर्जी रिपोर्ट की भरमार, फरियादियों के फाइलों को इधर से उधर ट्रांसफर करके वर्षों से दौड़ा रहे तहसील सदर के लोक सेवक
●लोगों के सेवक वर्तमान समय में धरातल पर बन बैठे हैं मालिक,भगवान भरोसे चल रहा मुख्यमंत्री के गृह नगर का तहसील सदर का कार्य तहसील सदर गोरखपुर का मामला

परमानंद दुबे ब्यूरो चीफ उत्तर प्रदेश