मूल राशि के साथ 15 प्रतिशत ब्याज देने का दिया था प्रलोभन, लगभग 3 करोड़ 3 लाख की राशि लेकर आरोपी अंकित पाण्डेय फरार
अंकित पाण्डेय व अयोध्या के तथाकथित भाजपा नेता अमित पाण्डेय के साथ मिलकर किया धन बंदरबाट का कार्य
गोरखपुर। ट्रेडिंग कंपनी में निवेश करवाने के नाम पर गोरखपुर में लगभग सैकड़ों लोगों के साथ धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। अयोध्या के कोतवाली थाना क्षेत्र के 319,शिवधाम साकेतपुरी निवासी अंकित पाण्डेय पुत्र ध्रुव कुमार पाण्डेय ने गोरखपुर के ग्राम-तालनवर टोला-हरहरवा, बाघागाड़ा निवासी अंगद से बकायदा अपना सम्पर्क बनाया,अंगद को कार गिफ्ट भी किया वहीं अंगद ने अपने जानने वाले लगभग सैकड़ों लोगों से अंकित पाण्डेय से होटल प्रदीप स्टार इन मोहद्दीपुर गोरखपुर में मीटिंग कराया।जहां अंकित पाण्डेय ने बकायदा वहां पर आने वाले लोगों को रुपए निवेश करने के बारे में www.aptreding.com से जुड़ने की बात कही।
अंकित पाण्डेय ने लोगों को 15 से 25 प्रतिशत ब्याज सहित राशि देने का लालच दिया। जिसके बाद गोरखपुर शहर से जुड़े आसपास के सैकड़ों लोग निवेश के लिए उसके कंपनी से जुड़ते गए, थाने में दी गई सूचना के अनुसार धीरे धीरे लोगों की गाढ़ी कमाई का पैसा अंकित पाण्डेय के पास तीन करोड़ 3 लाख जमा रुपये हो गए। हालांकि कुछ दिनों बाद ही अंकित पाण्डेय ने लोगों को रुपए देना बंद कर दिया। पिछले सात महीनों से अंकित पाण्डेय द्वारा पैसा न देने के कारण लोग परेशान हो रहे थे, इस परिस्थिति में लोगों ने अंकित पांडे को फोन भी किया लेकिन अंकित पांडे का मोबाइल कभी स्विच ऑफ हो जाता है या कभी सभी का नंबर ब्लैक लिस्ट में डाल दिया जाता है। ऐसे में अपना पैसा डूबता देख दिनांक 22 दिसंबर 2023 को दिन में गोरखपुर से लगभग तीन दर्जन लोग अंकित पाण्डेय के आवास अयोध्या के कोतवाली थाना क्षेत्र के 319,शिवधाम साकेतपुरी पहुंचे, मौके पर पिआरवी डायल 112 व रानोपाली चौकी के पुलिसकर्मी भी आ पहुंची।जहां पुलिस ने मेडिएटर अंगद एवं अंकित पांडे के पिता ध्रुव कुमार पांडे को कोतवाली अयोध्या थाने लेकर पूछताछ हेतु ले गई। लोगों ने अंकित पांडे एवं उसके रिश्तेदार अमित पांडे के खिलाफ थाने में सूचना भी दी है।पीड़ित लोगों को कहना है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जनता दरबार में जाकर शिकायती प्रार्थना पत्र देकर पैसे लौटाने की अपील व शिकायत दर्ज कर कड़ी कार्रवाई करने की मांग कराएंगे।
परमानंद दुबे मंडल ब्यूरो चीफ गोरखपुर