विश्व गौरैया दिवस मनाया गया
करहल : कस्बे में संत विवेकानंद ग्रुप के सभी विद्यालयों में विश्व गौरैया दिवस मनाया गया इस मौके पर विद्यालय के निदेशक डॉक्टर जेपी यादव ने अध्यापकों को विधालय में निर्मित घोसला वितरित किए । उन्होंने कहा गौरैया हमारे जीवन के लिए बहुत ही आवश्यक है गौरैया इको फ्रेंडली पक्षी है गौरैया की ना रहने से हमें पता चलता है कि अब हमारा वातावरण संतुलित नहीं है गौरैया जब से मनुष्य पैदा हुआ है तब से मनुष्य के साथ ही उनके घरों में झोपड़ी में रही है इसे बचाने के लिए सबसे पहले फ्रांस में एक फाउंडेशन बना उस फाउंडेशन ने पूरे देश में घूम-घूम कर गौरैया को बचाने के लिए प्रयास किया इसके बाद हमारे भारत देश में भी महाराष्ट्र के नासिक के रहने वाले मोहम्मद दिलावर ने एक संगठन बनाया जो गौरैया बचाने का प्रयास कर रहा है गौरैया कीट पतंगे, घास, कोपले ,पड़े हुए अनाज आदि को खाती है और जो कीट पतंगे हमारी फसल को नुकसान करते हैं उन्हें वह खत्म करती है इसके अलावा मच्छर जनित बीमारियों से बचने के लिए मच्छर से पैदा हुआ लार्वा भी खाती है इसलिए हमें प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से बहुत फायदा करती है यदि हमें स्वस्थ रहना है तो गौरैया को बचाना होगा यह दिवस सन 2010 से अब तक पूरे विश्व में विश्व गौरैया दिवस के रूप में मनाया जा रहा है गौरैया को चीन में खत्म किया गया।
उसके बाद वहां पर बहुत सारी मच्छर जनित और अन्य कीट जनित बीमारियां फैली बाद में पता चला यह सब गौरैया ना रहने के कारण हुआ है गौरैया एक बहुत ही सीधा-साधा पक्षी है जो हमें किसी तरह नुकसान नहीं पहुंचता है यह घरों में रह सकता है अब हमारे घर पक्के हो गए हैं कांच लग गए हैं खिड़कियां लग गई हैं इस कारण गौरैया नहीं रह पा रही है लेकिन यदि हम लोग प्रयास करें घर में डिब्बों , गत्तों से और लकड़ी के घोसले यदि हम अपने घरों के आसपास सुरक्षित स्थान पर टांग दें तो उसमें गौरैया अपना आशियाना बना सकती है ऐसा इटावा में डॉक्टर सुनीता और डॉक्टर नरेश ने अपने पक्के घर में घोसला लगाकर किया है वहां बहुत सारी ये चिड़ियां देखने को मिलती हैं इसलिए हम इस पक्षी के जीवन को बचाएं अंत में उन्होंने नारा दिया गौरैया बचाओ। जीवन बचाओ । अंत में उन्होंने सभी शिक्षकों को और बच्चों को गौरैया बचाने के लिए एक संकल्प भी कराया। ग्रुप के विद्यालयों की प्रबंधक सरिता सिंह एवं चंद्रजीत चंद्रजीत सोहित यादव , अखिलेश, हरि सर, प्रभात कुमार, विजेंद्र पांडे, प्रफुल्ल कुमार, सुधीर कुमार, सुधीर बाथम, धर्मेंद्र कुमार धर्मेंद्र कुमार सोनी नजमा सोनम पांडे बबीता निशा संकेत प्रवीण कुमार सतराम उर्मिला, पुनः एम पूनम रामनिवास सचिन सचिन विजय पुष्पेंद्र रामकिशोर बीपी सिंह अरविंद आदि उपस्थित रहे।
सायमुल हसन एडिटर इन चीफ