
100 दिवसीय सघन टीबी अभियान के अंतर्गत टीबी रोगियों को गोद लेकर पोषण सहायता प्रदान करने वाले 05 निक्षय मित्रों को किया गया सम्मानित।
जिलाधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी ने प्रशस्ति पत्र व गांधी जी की प्रतिमा देकर किया सम्मानित।

ग्राम प्रधान अपनी-अपनी ग्राम पंचायतों में शासकीय योजनाओं का बेहतर ढंग से क्रियान्वन करें…….जिलाधिकारी।
सामान्य को जागरुक करते हुए पात्र लोगों को योजनाओं से लाभान्वित करें।
अमेठी। राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत विश्व क्षय रोग दिवस के अवसर पर जनपद में टीबी मुक्त 214 ग्राम पंचायतों के ग्राम प्रधानों को आज कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी निशा अनंत व मुख्य विकास अधिकारी सूरज पटेल ने प्रशस्ति पत्र व गांधी जी की प्रतिमा देकर सम्मानित किया। इसके साथ ही टीबी रोगियों को गोद लेकर पोषण सहायता प्रदान करने वाले पांच निक्षय मित्रों जिनमें राघव राम सेवा संस्थान अमेठी द्वारा 400 पोषण पोटली, इंडोरामा प्राइवेट लिमिटेड जगदीशपुर द्वारा 1400 पोषण पोटली, डॉ अंशुमान सिंह मुख्य चिकित्सा अधिकारी अमेठी द्वारा 100 पोषण पोटली, डॉ प्रज्ञा बाजपेई द्वारा 80 पोषण पोटली, डॉ अमित प्रताप सिंह द्वारा 75 पोटली का वितरण किया गया जिन्हें प्रशस्ति पत्र दिया गया लेकर सम्मानित किया गया। इसके साथ ही 100 दिवसीय सघन टीबी अभियान के अंतर्गत उत्कृष्ट कार्य करने वाले स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों जिनमें अजय कुमार सिंह एस0टी0एस0 बाजारशुकुल, अरविंद त्रिपाठी एस0टी0एस0 अमेठी, प्रशांत कुमार पीपीएम, मोहम्मद वसीम तथा आयुष्मान आरोग्य मंदिर भेंटुआ की की सीएचओ गुड़िया तिवारी को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने उपस्थित ग्राम प्रधानों को दिनांक 7 दिसंबर 2024 से 24 मार्च 2025 तक चलने वाले 100 दिवसीय सघन टीबी अभियान की प्रगति के बारे में अवगत कराया तथा टीबी की जांच हेतु उच्च जोखिम वाली जनसंख्या (60 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति, कुपोषित व्यक्ति, पुराने टीबी रोगी, टीबी मरीज के साथ रहने वाले व्यक्ति, डायबिटीज के व्यक्ति, नशा धूम्रपान व शराब करने वाले व्यक्ति, एचआईवी से ग्रसित व्यक्ति) को नजदीकी आयुष्मान आरोग्य मंदिर/निक्षय शिविर में पहुंचकर निम्न लक्षणों क्रमशः बुखार, खांसी, मुंह से खून आना, थकान, सांस लेने में तकलीफ, रात में पसीना आना, वजन कम होना, भूख न लगना, सीने में दर्द, गर्दन में गिल्टी/गांठ, बांझपन आदि की स्क्रीनिंग कराए जाने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि मा. प्रधानमंत्री जी द्वारा 100 दिवसीय सघन टीबी अभियान चलाया गया जिसके अंतर्गत ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में टीबी के मरीजों को खोजा गया तथा उन्हें पोषण सहायता व नियमित दवाई उपलब्ध कराते हुए उन्हें इस बीमारी से ठीक किया गया। उन्होंने कहा कि आप लोग अपनी ग्राम पंचायत के जनप्रतिनिधि होने के नाते इसका व्यापक प्रचार प्रसार करें तथा लोगों को उपरोक्त लक्षण होने पर तत्काल जांच कराने के लिए कहें जिससे समय रहते उनकी पहचान की जा सके तथा उनका इलाज संभव हो सके। इसके साथ ही उन्होंने सभी ग्राम प्रधानों को संबोधित करते हुए कहा कि गर्मी के मौसम को देखते हुए आप लोग अपनी-अपनी ग्राम पंचायतों में हिटवेव से बचाव को लेकर लोगों को जागरूक करें अपनी-अपनी ग्रामों में पीने के पानी की व्यवस्था जरूर सुनिश्चित करें साथ ही पक्षियों व जानवरों के लिए तालाबों में पानी भरवाएं, गांव में कहीं पर भी गंदा पानी इकट्ठा हो तो उसकी निकासी की व्यवस्था का प्रबंध करें, साथ ही गांव में साफ सफाई की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित कराएं। उन्होंने कहा कि हम लोग अभी 214 ग्राम पंचायत को टीबी मुक्त कर चुके हैं यह एक बड़ी उपलब्धि है आप लोग अपने-अपने गांव में लोगों को जागरूक करें किसी को खांसी, जुकाम, बलगम या उपरोक्त लक्षण हो तो उनकी जांच करवाएं। इसके साथ ही जिलाधिकारी ने सभी ग्राम प्रधानों को शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं का अपनी-अपनी ग्राम पंचायतों में प्रचार प्रसार करते हुए पात्र लोगों को योजनाओं से लाभान्वित करने के निर्देश दिए एवं गांव के विकास के लिए बेहतर तरीके से कार्य करने को कहा।

कार्यक्रम में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अंशुमान सिंह ने बताया कि टीबी मुक्त ग्राम पंचायत के अंतर्गत निर्धारित मानक को पूर्ण करने वाली जनपद में 682 ग्राम पंचायतों में से 214 ग्राम पंचायत को टीबी मुक्त घोषित किया गया है। टीबी की जांच के उपरांत धनात्मक पाए गए सभी क्षय रोगियों को उपचार अवधि में निक्षय पोषण योजना के तहत ₹1000 प्रतिमाह की दर से उपचार पूर्ण होने तक धनराशि दी जाएगी प्रथम किस्त रू 3000 की उपचार प्रारंभ होने पर मिलेगी तथा दूसरी किस्त 84 दिन बाद रुपए 3000 की दी जाएगी। उन्होंने कहा कि जनपद अमेठी में अब तक 2360 टीबी मरीज उपचार के उपरांत ठीक हो चुके हैं तथा 2390 मरीज का उपचार किया जा रहा है। उन्होंने उपस्थित सभी ग्राम प्रधानों से आग्रह करते हुए कहा कि निक्षय मित्र बनकर चिन्हित क्षय रोगियों को गोद लेकर उन्हें अपने-अपने स्रोतों से पौष्टिक आहार के रूप में पोषण किट जिसमें मूंगफली, गुड़, सत्तू, गजक, भुना चना, प्रोटीन पाउडर आदि हों न्यूनतम 6 माह तक अथवा उपचार अवधि पूर्ण होने तक उपलब्ध कराएं जिससे जनपद को क्षय रोग से मुक्त किया जा सके।

अमेठी से ब्यूरो चीफ प्रदीप सिंह