तहसील घिरोर में जिलाधिकारी के सम्मुख 30 फरियादियों ने अपने शिकायती प्रार्थना पत्र किए प्रस्तुत, मौके पर ही 06 शिकायतों का निदान कर फरियादियों को तत्काल प्रदान की राहत।
मैनपुरी 15 जून, 2024- जिलाधिकारी अविनाश कृष्ण सिंह ने संपूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर तहसील घिरोर में जन-शिकायतें सुनने के दौरान बिना पूर्व अनुमति के अनुपस्थित जिला बेसिक शिक्षाधिकारी, जिला आबकारी अधिकारी, ए.आई.जी. स्टांप, जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, परियोजना अधिकारी डूडा, सचिव मंडी घिरोर, जिला सेवायोजन अधिकारी, अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत घिरोर को कारण बताओं नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होने उपस्थित अधिकारियों से कहा कि सभी संबंधित अधिकारी जन-शिकायतों के त्वरित, गुणवत्तापरक निस्तारण के लिए स्वयं पैनिक लेकर कार्य करें, अधीनस्थों पर शिकायतों के निस्तारण पर निर्भर न रहें बल्कि स्वयं फरियादी से वार्ता कर यथा संभव मौके पर जाकर समस्या का निदान करायें, भूमि संबंधी विवादों में किसी भी स्तर पर हीला-हवाली न बरती जाए, पुलिस, राजस्व की संयुक्त टीम मौके पर जाकर प्रभावी कार्यवाही करें, भूमि संबंधी प्रकरण में मौके पर दोनों पक्षों के साथ गणमान्य व्यक्तियों के कृत कार्यवाही पर हस्ताक्षर कराये जाएं, एक बार समस्या का निदान करने के उपरांत यदि किसी के द्वारा पुनः कब्जा किया जाए तो उसके विरुद्ध सुसंगत धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कराकर दंडात्मक कार्यवाही की जाए।
श्री सिंह ने कहा कि अविवादित फौती प्राथमिकता पर दर्ज हो, किसी भी व्यक्ति को फौती दर्ज कराने में असुविधा का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि लेखपाल अपने-अपने क्षेत्र के भूमि संबंधी विवादों की जानकारी करें, सार्वजनिक भूमि पर कहीं भी कब्जा न रहें। उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि तहसील परिसर में बार-बार निर्देशों के बावजूद भी वृक्षारोपण नहीं कराया गया है, तहसील परिसर में काफी क्षेत्र खाली है, उन्होंने लेखपालों, तहसील कर्मियों को आदेशित करते हुए कहा कि सभी कर्मी, लेखपाल 01-01 छायादार पौधा अवश्य रोपित कर उसकी कम से कम 02 वर्ष तक देखभाल करें, अगले 02 वर्ष में पूरा तहसील परिसर हरा-भरा दिखे। उन्होने उपस्थित अधिकारियों से कहा कि प्रत्येक कार्य दिवस में प्रातः 10 बजे से 12 बजे तक अपने कार्यालय में उपस्थित रहकर जन-समस्याएं सुन उनका निदान करें, प्रतिदिन आई.जी.आर.एस. पोर्टल को चैक करें, कोई भी शिकायत डिफाल्टर की श्रेणी में न हो, जन-शिकायतों का निस्तारण किया जाए, उनकी गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए, शासन स्तर से किसी भी निस्तारित शिकायत पर असंतुष्ट फीडबैक न मिले, यदि शिकायत के निस्तारण के उपरांत असंतुष्ट फीडबैक मिला तो संबंधित की जिम्मेदारी तय कर कार्यवाही होगी। उन्होंने अधिशासी अधिकारियों, खंड विकास अधिकारियों से कहा कि अपने-अपने यहां संचालित गौ आश्रय स्थलों का नियमित निरीक्षण करें, गौशालाओं में उपलब्ध गौवंशों के लिए चार, भूसा, पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए, पशु चिकित्साधिकारी प्रतिदिन गौ आश्रय स्थलों का निरीक्षण कर गौवंशों की देखभाल करें, केयर टेकर रात्रि में गौशाला में ही निवास करें, सुनिश्चित किया जाए।
पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार ने पुलिस से संबंधित शिकायतों को सुन अधीनस्थों को तत्काल प्रभावी कार्यवाही हेतु निर्देशित किया। आज आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर जिलाधिकारी के सम्मुख कल्होर पंछा नि. राज बहादुर ने असंक्रमणीय भूमि की पैमाइश कराये जाने, शाहजहांपुर नि. राजेश कुमार ने भूमि की पैमाइश कराये जाने, नगला आशा नि. राकेश सिंह ने भूमि खाता संख्या-00165 पर अंकित गलत नाम को दुरूस्त कराये जाने, नगला राय नि. सावित्री देवी ने भूमि पर दंबग व्यक्तियों द्वारा किये गये अनाधिकृत कब्जे को हटवाये जाने, नगला पुनू नि. रमेश चन्द्र ने भूमि खाता संख्या-317 की पैमाइश कराये जाने, ग्राम देवपुरा नि. अनुराग ने पट्टाशुदा भूमि की पैमाइश कराये जाने, नगला आशा नि. सुमित कुमार ने खतौनी में विरासत दर्ज कराये जाने, हाजीपुर नेरा नि. विक्रम सिंह ने आम रास्ते पर किये गये अतिक्रमण को हटवाये जाने, विधूना नि. विकास चन्द्र ने भूमि पर किये गये अनाधिकृत कब्जे को हटवाये जाने, बमरौली नि. हरि विलास ने असंक्रमणीय भूमि की पैमाइश कराये जाने की शिकायत अपने प्रार्थना पत्रों के माध्यम से की, जिन्हें सम्बन्धित अधिकारियों को पृष्ठाकिंत कर निर्धारित समय सीमा में निस्तारण हेतु उपलब्ध कराया। इस दौरान उप जिलाधिकारी घिरोर सुप्रिया गुप्ता, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. आर.सी. गुप्ता, जिला विकास अधिकारी अजय कुमार, परियोजना निदेशक सत्येंद्र कुमार, जिला कृषि अधिकारी डॉ. सूर्य प्रताप, जिला पूर्ति अधिकारी क्यामुद्दीन अंसारी, जिला विद्यालय निरीक्षक अजय कुमार सिंह, जिला समाज कल्याण अधिकारी अशोक कुमार, जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी महेन्द्र कुमार के अलावा एस.ओ.सी. चकबंदी, तहसीलदार घिरोर, खंड विकास अधिकारी घिरोर, बरनाहल सहित अन्य संबंधित अधिकारी आदि उपस्थित रहे।
सायमुल हसन संपादक