बलिया।उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती जिले बलिया में पुलिस खुल कर उगाही और वसूली का खेल करती है।अब तक यह बात केवल कही जाती थी,लेकिन अब डीआईजी आजमगढ़ वैभव कृष्णा और एडीजी वाराणसी पियूष मोर्डिया की संयुक्त छापेमारी में यह बात दस्तावेजों में आ गई है।बलिया पुलिस की इस हरकत से पूरा महकमा शर्मशार हो रहा है।अब खुद डीजीपी प्रशांत कुमार ने मामले को संज्ञान में लेते हुए एडीजी वाराणसी को आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।मामला बलिया के नरही थाने का है।
डीआईजी आजमगढ़ वैभव कृष्णा के मुताबिक चार दिन पहले ऐसी जानकारी आई थी कि बलिया पुलिस के कुछ कर्मचारी बिहार बॉर्डर पर गंगा नदी के पुल के पार बने भरौली पिकेट पर उगाही करते हैं।इसके लिए इन पुलिसकर्मियों की विधिवत ड्यूटी लगती है।इस इनपुट के बाद एडीजी वाराणसी और डीआईजी आजमगढ़ की संयुक्त टीम बनी और बुधवार की देर रात एक साथ भरौली चेकपोस्ट,कोरंटाडीह पुलिस चौकी और नरही थाने में दबिश दी गई।इस दबिश में दोनों वरिष्ठ आईपीएस खुद भी मौजूद रहे।
एडीजी डीआईजी की गोपनीय छापेमारी
एडीजी वाराणसी पियूष मोर्डिया और डीआईजी वैभव कृष्णा ने इस छापेमारी की इतनी गोपनीयता रखी कि इसकी सूचना एसपी बलिया देवरंजन वर्मा को भी नहीं दी।इस छापेमारी के दौरान भरौली चेकपोस्ट पर उगाही का खेल पकड़ा गया।वहीं चौकी में तो कोई नहीं था,लेकिन चौकी इंचार्ज थाने में थाना प्रभारी के सामने उगाही का हिसाब देते देख लिए गए।जैसे ही पुलिसकर्मियों को पता चला कि डीआईजी और एडीजी की टीम ने छापेमारी किया है सभी पुलिसकर्मी थाना छोड़ कर भागने लगे।नरही थाना प्रभारी पन्ने लाल तो सात फीट ऊंची थाने की चाहरदीवारी कूद कर फरार हो गए।
2 सिपाहियों समेत 16 गिरफ्तार
इसके बाद डीआईजी आजमगढ़ वैभव कृष्णा की टीम ने उगाही का हिसाब लिखा था वो कागज कब्जे में ले लिया। इस दौरान कुछ नगदी भी बरामद हुई। डीआईजी वैभव कृष्णा के मुताबिक इस धंधे में लिप्त 16 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें दो पुलिसकर्मी हैं और बाकी आम नागरिक हैं, जो पुलिस के नाम पर दलाली और उगाही का काम करते थे। यह कार्रवाई सादा वर्दी में हुई। हालांकि पूरा मामला खुलने के बाद अधिकारियों ने अपना परिचय दिया और फिर मौके से सभी लोगों को गिरफ्तार किया है।
मौके पर हुआ थाना प्रभारी का निलंबन
एडीजी वाराणसी कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक भरौली चेकपोस्ट पर वसूली और उगाही के इनपुट तो कई दिन पहले ही मिल गए थे।हालांकि चार दिनों तक लगातार रैकी की गई, जब पूरा मामला पुष्ट हो गया तो फिर फाइनली छापेमारी की कार्रवाई हुई है।डीआईजी आजमगढ़ के मुताबिक इस मामले में कोरंटाडीह चौकी प्रभारी समेत सभी पुलिस कर्मियों के साथ नरही कोतवाल को तत्काल निलंबित कर दिया गया। वहीं इस थाने में तैनात अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी विधिक कार्रवाई की गई है।।
डीआईजी वैभव कृष्ण ने बताया कि मौके से दो पुलिसकर्मी समेत 18 को गिरफ्तार किया गया है। मौके से 37500 नगद बरामद किये गए है।नरही थाना प्रभारी पन्नेलाल समेत नौ पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया है। कोरंटाडीह चौकी के प्रभारी समेत चौकी के सभी पुलिसकर्मियों को भी सस्पेंड किया गया है। सभी के खिलाफ सभी मुकदमा दर्ज किया गया है। दो सिपाही समेत 18 लोगों का चालान किया गया है।
परमानंद दुबे मंडल ब्यूरो