अमेठी। औद्योगिक इकाइयों में नाइट्रोजनस कम्पाउन्डस अथवा टेक्निकल ग्रेड यूरिया (टी0जी0यू0) के स्थान पर अनुदानित यूरिया के उपयोग को लेकर जिला कृषि अधिकारी डॉ राजेश कुमार तथा प्रभारी उपायुक्त उद्योग राजेश कुमार भारती द्वारा संयुक्त रूप से जगदीशपुर स्थित 5 औद्योगिक संस्थानों में छापेमारी की गई। इस दौरान टीम द्वारा शालीमार पैलेट फीड उद्योग, JAPFA पोल्ट्री फीड प्लांट, SKYLARK पोल्ट्री फीड प्राइवेट लिमिटेड, सुगना फूड प्रोडक्ट लिमिटेड, ABIS इक्सपोर्ट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड पोल्ट्री फीड के प्लांट एवं गोदाम का सघन निरीक्षण किया गया। इस दौरान किसी भी औद्योगिक इकाई में यूरिया का उपयोग होते नहीं पाया गया।
बताते चलें कि शासन एवं जिलाधिकारी द्वारा जनपद की विभिन्न औद्योगिक इकाइयों द्वारा नाइट्रोजनस कम्पाउन्डस अथवा टेक्निकल ग्रेड यूरिया के स्थान पर अनुदानित यूरिया के उपयोग के संबंध में टीम गठित कर जनपद में स्थापित/चिन्हित औद्योगिक इकाइयों द्वारा नाइट्रोजनस कम्पाउन्डस अथवा टेक्निकल ग्रेड यूरिया या फॉर्मेल्डिहाइड यूरिया की प्राप्ति स्त्रोत की गहनता से जांच कराए जाने तथा यदि किसी औद्योगिक इकाई द्वारा जांच में अनुदानित यूरिया का उपयोग अपने उत्पादों जैसे कि पेंट, वार्निश, प्रिंटिंग इंक, वेनीर, शीट्स, प्लाईवुड, लैमिन बोर्ड, पार्टिकल बोर्ड, कैटल फीड, पोल्टरी फीड, डिश सोप और शुगर मोलेसेस से अल्कोहल में किण्डवन आदि उपयोग में किया जाता पाया जाता है तो उर्वरक नियंत्रण आदेश 1985 एवं आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 की धाराओं एवं अन्य सुसंगत नियमों के अंतर्गत कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए गए थे, जिसके क्रम में आज संयुक्त टीम द्वारा छापेमारी की गई किंतु किसी भी इकाई पर यूरिया का उपयोग होता नहीं पाया गया।
प्रदीप सिंह जिला संवाददाता अमेठी